ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जो लोग नवरात्रो के समय घर में अखंड ज्योति का दीप जलाते है उन्हें अपने घर को कभी खाली नहीं छोड़ना चाहिए क्योंकि ऐसी स्थिति में दीपक के बुझने का अंदेशा होता है और दीपक के बुझने पर नकारात्मक शक्तियों के घर में प्रवेश करने के अवसर बढ़ जाते है |
नवरात्री के दिनों में लाल, पीले और गुलाबी रंग के कपडे ही धारण करे, इन रंगो को शुभ माना जाता है और इस बात का ख़ास ख्याल रखे कि काले रंग के कपडे भूलकर भी ना पहने ये नकारात्मकता को दर्शाते है, ये माता को निराश भी कर सकता है |
नवरात्री कि दिनों में माता का पूजन सुबह, दोपहर और शाम के समय अवश्य करना चाहिए साथ ही इन दिनों में भक्तो का दिन के समय सोना सही नहीं माना गया है |
भगवान की कृपा पाने के लिए सात्विक भोजन का बहुत महत्व है इसीलिए नवरात्रि में केवल सात्विक भोजन का ही सेवन करना चाहिए, इन दिनों में लहसून, प्याज और मांस का सेवन करना भी पाप का भागी बना सकता है |
नवरात्रि के दिनों में भूलकर भी नाख़ून और केश नहीं कटवाने चाहिए ऐसा करने से घर में दरिद्रता का सामना करना पड़ता है |
विष्णु पुराण में बताया गया है की नवरात्रि के दिनों में कभी भी किसी भिखारी, दरिद्र व्यक्ति और ब्राह्मण का अपमान नहीं करना चाहिए इससे देवी माँ रुष्ठ हो जाती है और जीवन भर कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है |
नवरात्रि के दिनों में भूलकर भी किसी प्रकार के नशे जैसे सिगरेट या शराब का सेवन ना करे इससे मानसिक अशांति बढ़ने का खतरा बढ़ जाता है |
नवरात्रि के दिनों में भूलकर भीअपशब्दो का प्रयोग नहीं करना चाहिए, ना ही किसी प्रकार के कटु शब्दों का इस्तेमाल करना चाहिए |
नवरात्रि में किसी भी जानवर पर वार नहीं करना चाहिए जो ऐसा करता है वह जीवन भर के लिए पाप का भागी बन जाता है, उसके जीवन में हमेशा कोई ना कोई दुःख आता रहता है |